मुकेश अंबानी को ₹80,000 करोड़ का नुकसान: क्या RIL शेयरों में निवेश का मौका
बीते सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट देखी गई, जिसमें सेंसेक्स 1,000 से ज्यादा अंकों तक लुढ़क गया और निफ्टी में 300 अंकों की गिरावट आई। बैंक, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज और रियल एस्टेट जैसे सेक्टरों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इस गिरावट का सबसे बड़ा असर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज पर पड़ा, जिसके शेयरों में जोरदार गिरावट दर्ज की गई और कंपनी का बाज़ार पूंजीकरण ₹80,000 करोड़ तक घट गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 3% की गिरावट –
30 सितंबर को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में बीएसई पर 3.35% की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट अगले दिन भी जारी रही और 1 अक्टूबर को शेयरों में 0.89% की और गिरावट आई, जिससे शेयर की कीमत ₹2,927 हो गई। सोमवार को कंपनी का बाज़ार पूंजीकरण ₹67,000 करोड़ तक गिर गया और मंगलवार को कंपनी को ₹12,000 करोड़ का और नुकसान हुआ।
निवेशकों के लिए क्या संकेत –
इस गिरावट से न केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज बल्कि इसके निवेशकों को भी भारी नुकसान हुआ। हालाँकि, बड़े कैप वाली कंपनियों पर दीर्घकालिक निवेशकों का भरोसा बना रहता है। WealthMills Securities के इक्विटी रणनीति निदेशक, क्रांति बाथिनी के अनुसार, “रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों को होल्ड करके रखना चाहिए, क्योंकि वे दीर्घकाल में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं।”
तकनीकी विश्लेषण: शेयर का समर्थन स्तर और भविष्य की संभावनाएँ
तकनीकी दृष्टिकोण से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों के लिए समर्थन स्तर ₹2,920 और ₹2,900 पर है। Angel One के वरिष्ठ शोध विश्लेषक, ओशो कृष्णन के अनुसार, “शेयर ₹3,000 के महत्वपूर्ण क्षेत्र के आसपास कारोबार कर रहा था, और यह ₹2,900 से ₹3,050 के बीच एक समेकन क्षेत्र में है। ₹2,920 का समर्थन स्तर किसी भी और गिरावट को रोक सकता है, जबकि ₹3,050 को पार करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। निकट भविष्य में शेयर ₹3,300 तक भी जा सकता है।”
वर्तमान स्थिति: क्या निवेश का समय सही है –
3 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर ₹2,849.2 पर कारोबार कर रहे थे, जो पिछले बंद भाव से 2.75% कम है। सेंसेक्स भी इस समय ₹82,876.42 पर था, जो 1.65% की गिरावट दिखा रहा था। शेयर ने दिन में ₹2,899.95 का उच्चतम स्तर और ₹2,775 का न्यूनतम स्तर छुआ।
तकनीकी रूप से देखा जाए, तो रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्टॉक 5, 10, 20 दिनों की शॉर्ट टर्म एवरेज और 50, 100, 300 दिनों की लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज के नीचे कारोबार कर रहा है। यह स्थिति दिखाती है कि शेयर अभी भी दबाव में है और निवेशकों को सावधानी से निवेश करना चाहिए।
क्या करना चाहिए निवेशकों को –
यदि आप एक दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी मजबूत कंपनी के शेयरों को होल्ड करना एक अच्छा निर्णय हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले समय में शेयर में रिकवरी की संभावना है। लेकिन निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव पर नज़र रखते हुए सतर्क रहना चाहिए।
नोट : – इस गिरावट के बावजूद, रिलायंस इंडस्ट्रीज एक मजबूत कंपनी है और दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह एक अवसर हो सकता है। हालांकि, बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए निवेश में सावधानी बरतनी चाहिए।