शरीर को रबर जैसा लचीला बना देगा ये नटराजासन
नटराजासन वास्तव में हमारे स्ट्रक्कर और मूवमेंट का खूबसूरत योग है। ये हमें शारीरिक रूप से ही नहीं दिमाग से भी मजबूत बनाता है। चूंकि इस आसन में शरीर को एक टांग पर बैलेंस बनाना होता है, इसलिए यह हमारे शरीर को जबरदस्त संतुलन साधने की शक्ति देता है। इस आसन से हमें गहरी आंतरिक शांति का एहसास होता है।
इसके अलावा भी नटराजासन के कई फायदे हैं
■ इससे हमें स्ट्रेस से छुटकारा मिलता है और फोकस करने की हमारी ताकत बढ़ती है।
■ ये हमारी पॉश्चर को लयात्मक बनाता है।
■ यह आसन नियमित रूप से करने से हमारा चेस्ट, एंकल्स, हिप्स और लेग्स मजबूत होते हैं।
■ इस आसन को रोज करने से शरीर में जबरदस्त लचीलापन आ जाता है।
■ यह हमारे ग्रोइंग एब्डॉमिनल ऑर्गन और जांघों को अच्छा स्ट्रैच देता है।
करने का सही तरीका
अपने योगा मैट पर ताड़ासन की मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब सांस भीतर लें और बायां पैर पीछे की ओर उठाएं। पैर का यह उठाना इस हद तक हो कि पैर की एड़ी आपके बाएं हिप्स को टच करने लगे और इस दौरान घुटना मुड़ा रहे। इस मुद्रा में पूरे शरीर का वजन दाएं पैर पर रहेगा। इसके बाद दायीं जांघ का दबाव हिप्स के जोड़ की तरफ डालें। अब दाएं घुटने को ऊपर की तरफ खींचते हुए जोर डालें कि मजबूत और सीधा बना रहे। इस दौरान धड़ को बिल्कुल सीधा रखें और बाएं हाथ से बाएं पैर को पकड़ने की कोशिश करें। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान धड़ को बिल्कुल सीधा रखें और सुनिश्चित करें कि निचली पीठ दबी हुई न हो बल्कि ट्यूबिश नाभि की तरफ उठी हुई हो। इस आसन को शुरूआत में 15 से 30 सेकेंड तक करें और बाद में जब तक परेशानी न हो, तब तक बढ़ाएं।
कुछ बातों का ध्यान रखें
यह आसन सुबह के वक्त किया जाए, जब वातावरण में शुद्ध ऑक्सीजन अच्छी खासी मात्रा में होती है। लेकिन अगर शाम के वक्त ये आसन कर रहे हों तो तभी करें, जब कम से कम 5 से 6 घंटे पहले भोजन कर लिया हो और हां, यह भी सुनिश्चित कर लें कि यह आसन करने के पहले आपने शौच कर लिया है। नटराजासन बहुत अच्छा आसन है। लेकिन अगर आपको ब्लड प्रेशर की जरा भी शिकायत हो, तो इस आसन को भूलकर भी न करें। शुरूआत में नटराजासन योगा ट्रेनर की देखरेख में ही करें, जब करने में परफेक्ट हो जाएं, तब ही अकेले करने की कोशिश करें और हां, जरा भी किसी भी किस्म की परेशानी महसूस हो तो योगा एक्सपर्ट और अपने घरेलू डॉक्टर से इस बारे में पहले बात जरूर कर लें।