लघु उद्योग के लिए कम ब्याज दरों पर बैंकों से प्राप्त कर सकते ऋण है
कि सी भी उद्यम को शुरू करने से पहले उसका पंजीकरण करवाना बेहद जरूरी है। उद्यम पंजीकरण देश की संस्थाओं के लिए सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा जारी एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण पत्र होता है। इसमें पंजीकृत। होने के बाद छोटे और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को कई लाभ प्रदान किए जाते हैं। जानिए मिलने वाले लाभ के बारे में-
- ऋण तक कैसे पहुंच हो
पंजीकृत एमएसएमई कम ब्याज दरों पर बैंकों से ऋण प्राप्त कर सकते हैं। सरकार सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी प्रदान करती है।
- सब्सिडी और योजनाएं
पंजीकृत एमएसएमई विभिन्न योजनाओं के लिए पात्र हैं, इसमें पेटेंट पंजीकरण, औद्योगिक संवर्धन और प्रौद्योगिकी उन्नयन पर सब्सिडी शामिल है।
- कर का लाभ :– पंजीकृत एमएसएमई कई कर छूटों का लाभ उठा सकते हैं, कम उत्पाद शुल्क और प्रत्यक्ष करों से छूट शामिल है।
- उद्यम पंजीकरण की प्रक्रिया
- उद्यम पंजीकरण पोर्टल
- udyamregistration.gov.in पर जाएं।
- नए उद्यमी जिन्होंने पंजीकरण नहीं किया है’ के विकल्प में, आधार के साथ
सत्यापित करें और फिर ओटीपी डालें।
- आधार सत्यापित हो जाने के बाद, पैन सत्यापन पृष्ठ पर पहुंच जाएंगे।
- आवेदन पत्र में सभी आवश्यक विवरण जैसे उद्यमी का नाम, मोबाइल नंबर, पता, बैंक विवरण और अन्य जानकारी भरें।
- संयंत्र और मशीनरी में निवेश जैसे विवरण प्रदान करें और फिर ओटीपी उत्पन्न करें। ओटीपी डालकर सबमिट करें।
- ई-मेल पर पंजीकरण का प्रमाण पत्र प्राप्त होगा। आवेदन के लिए पैन, आधार, जीएसटी (उद्यमों के लिए) जरूरी है। 7. उपरोक्त को छोड़कर, पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान किसी भी दस्तावेज, प्रमाण पत्र या कागजात को अपलोड करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
- फ्री लोनः
सरकार, संस्थानों के सहयोग से उद्यम- पंजीकृत एमएसएमई को कोलैटरल फ्री ऋण प्रदान करती है।
- लागत में कमी:
एमएसएमई पेटेंट पंजीकरण शुल्क पर 50% सब्सिडी और ट्रेडमार्क पंजीकरण की लागत में कमी का लाभ।